कुछ जानने कि तीव्र अभिलाषा ही जिज्ञासा है
,मनुष्य और जीवो से अलग है क्योंकि वह जिज्ञासु है ,उसके अंदर जिज्ञासा है किसी के लिए ,वह जानना चाहता है ,मनुष्य ने जो भी बनाये है ये जो भी जाना है वह मनुष्य के जिज्ञासा के वजह से ही हुआ है
जिज्ञासा आदमी को कुछ अलग बनाता है जो मनुष्य जिज्ञासु है वो ही कुछ करता है
इसलिए हमें चाहिए कि हम भी जानने कि अभिलाषा रखे और इस दुनिया को सुन्दर बनाने कि कोशिश करे ,अपने आस पास को सुन्दर बनाये ,अपने आस पास को जाने ||अपने अस्तित्व को पहचाने और आगे बढ़ने कि कोशिश करे उन्हें भी आगे बढ़ने कि प्रेरणा दे जो अभी पीछे जाने के रस्ते पे है |
तो चलिए चलते है अपने आस पास को जानते है और अपने मस्तिस्क को और विस्तृत बनाते है और आगे बढ़ने की शुरुवात करते है
जीने के लिए ,जिंदगी के लिए ,आगे बढ़ने के लिए ,चाँद पे पहुचने के लिए चलिए जिज्ञासु बनते है
,मनुष्य और जीवो से अलग है क्योंकि वह जिज्ञासु है ,उसके अंदर जिज्ञासा है किसी के लिए ,वह जानना चाहता है ,मनुष्य ने जो भी बनाये है ये जो भी जाना है वह मनुष्य के जिज्ञासा के वजह से ही हुआ है
जिज्ञासा आदमी को कुछ अलग बनाता है जो मनुष्य जिज्ञासु है वो ही कुछ करता है
इसलिए हमें चाहिए कि हम भी जानने कि अभिलाषा रखे और इस दुनिया को सुन्दर बनाने कि कोशिश करे ,अपने आस पास को सुन्दर बनाये ,अपने आस पास को जाने ||अपने अस्तित्व को पहचाने और आगे बढ़ने कि कोशिश करे उन्हें भी आगे बढ़ने कि प्रेरणा दे जो अभी पीछे जाने के रस्ते पे है |
तो चलिए चलते है अपने आस पास को जानते है और अपने मस्तिस्क को और विस्तृत बनाते है और आगे बढ़ने की शुरुवात करते है
जीने के लिए ,जिंदगी के लिए ,आगे बढ़ने के लिए ,चाँद पे पहुचने के लिए चलिए जिज्ञासु बनते है
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